Chhindwara University Open Book Exam Question Paper 2024 Chhindwara University BSc 1st year Computer science paper |
प्रश्न 1 – मॉड्यूलर प्रोग्रामिंग से आप क्या समझते हैं विस्तार पूर्वक समझाइए
उत्तर – मॉड्यूलर प्रोग्रामिंग – एक सॉफ्टवेयर डिजाइन तकनीक है जिसमें प्रोग्राम के कार्यात्मक सा को स्वतंत्रता और इंटरचेंजेबल मॉड्यूल मैं नापा जाता है यह प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है कि प्रत्येक मॉड्यूल किसी एक फंक्शन के दृष्टिकोण को एग्जीक्यूट करने की क्षमता रखता है स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग प्रोसीजरल प्रोग्रामिंग का सबसेट है जो कि किसी प्रोग्राम का लॉजिक स्ट्रक्चर बनाता है जिससे उसे समझाना और बदलना आसान होता है|
उदाहरण – ADA,PASCAL और d BASE|
प्रश्न 2 – सी लैंग्वेज में डाटा टाइप क्या होता है विभिन्न प्रकार के डाटा टाइप्स को विस्तार पूर्वक समझाइए
उत्तर – डाटा टाइप्स – किसी वेरिएबल का डाटा टाइप वह प्रकार का होता है जिस प्रकार का डाटा उस वेरिएबल में संग्रहित किया जाना है |
सी लैंग्वेज में मुख्यतः और निम्नलिखित चार प्रकार के डाटा प्रयोग किए जाते हैं –
1.char – character data
2. int – integer data
3. float – floating point data
4. double – double data
1. Char डाटा टाइप – कैरेक्टर डाटा टाइप एक सिंगल करेक्ट को रिप्रजेंट करता है तथा इसके लिए मेमोरी की एक byte allocate होती है इसकी डाटा स्टोरिंग range -128 |
2. Int data type – int डाटा टाइप इंटिगर वैल्यूज को रिप्रेजेंट करते हैं इसके लिए मेमोरी की 2 byte allocate होती है सी प्रोग्राम में इंटीजर डाटा को int से दी प्रेजेंट किया जाता है इंटीजर टाइप डाटा की अधिकतम data storing rang – 32768 से 32767 होती है |
इंटीजर के प्रकार –
short int = 2 byte = 16 bit
Rang – 128 to 127
long int = 4 byte = 32 bit
3. Float point data – फ्लोटिंग पॉइंट डाटा फ्लोटिंग प्वाइंट नंबर( real नंबर या exponent नंबर )को दर्शाते हैं इसके लिए मेमोरी 4 byte होती है तथा इसकी अधिकतम रेंज – 3.4×10-38 to 3.4×10+38 होती है |
4. Double data type – डबल डाटा टाइप Prison नंबर को रिप्रेजेंट करते हैं तथा इसके लिए मेमोरी Requirement 8 byte की होती है | डबल डाटा टाइप सी प्रोग्रामिंग में की – वर्ड long float (ft) से रिप्रेजेंट किया जाता है |
प्रश्न 3 – सी लैंग्वेज में ब्रांचिंग स्टेटमेंट से आप क्या समझते हैं उदाहरण द्वारा स्विच स्टेटमेंट को समझाइए
उत्तर – ब्रांचिंग स्टेटमेंट – इस स्टेटमेंट का प्रयोग प्रोग्राम के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है |
उदाहरण – if else statement
switch statement
switch statement – switch स्टेटमेंट एक बहुविकल्पी स्टेटमेंट है इस स्टेटमेंट का प्रयोग 2 से अधिक alternative या विकल्पों में से किसी एक विकल्प का चयन करने के लिए किया जाता है |
उदाहरण – switch (Expression)
case constant 1:
statement set;
break;
case content 2;
statement set 2;
break;
…………
…………
case constant n:
statement n;
break;
प्रश्न 4 – अरे क्या है तथा अरे के विभिन्न प्रकार क्या है एक उचित उदाहरण देकर एक अरे के(वन डायमेंशनल) आयामी इनीशिएलाइजेशन को समझाइए |
उत्तर – विन्यास – अरे एक महत्वपूर्ण परिवर्तनांक आप है यह एक ही नाम के कई परिवर्तनांक आंख का समूह होता है जिसमें एक ही प्रकार के डाटा आइटम संग्रहित किए जाते हैं |
उदाहरण – x एक अरे है जिसकी साइज 5 परिभाषित की गई है |
int x (5) size
x(1) = 5
x (2) = 9
x(3) = 16
x(4) = 7
x(5) = 8
नोट – size of array x(5) is always positive
ARRAY के प्रकार – अरे निम्नलिखित तीन प्रकार के होते हैं –
1. ONE DIMENSIONAL ARRAY
2. TWO DIMENSIONAL ARRAY
3. MULTI DIMENSIONAL ARRAY
4. ONE DIMENSIONAL ARRAY.
1.ONE DIMENSIONAL ARRAY – एक विमीय विन्यास सबसे सिंपल ऐसे है इसमें केवल एक सब्सक्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है वन डाइमेंशनल अरे का प्रयोग लीनियर लिस्ट को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है इसे निम्न प्रकार परिभाषित किया जाता है-
प्रारूप – Data Type array – name ( size )
उदाहरण – int x ( 10) – जहां x एक अरे है जिसका साइज 10 है अर्थात इसमें 10 विभिन्न इन्टिजर वैल्यू स्टोर की जा सकती है |
2. TWO DIMENSIONAL ARRAY – द्वि विमीय विन्यास में दो सब्सक्रिप्ट प्रयोग होते हैं इसका प्रयोग स्प्रिंग या मैट्रिक्स की रिप्रेजेंट करने में क्या जाता है इसे निम्न प्रकार से डिक्लेअर किया जाता है |
प्रारूप – Data Type array name ( size ) ( size);
उदाहरण – Int x (3) (5)
यहां x एक to डाइमेंशन अरे है जिसे दो डाइमेंशन में पहला डाइमेंशन जिसकी साइज 3 है ROW को दर्शाता है तथा दूसरा डाइमेंशन जिसकी साइज 5 है COLUMN को दर्शाता है |
3. MULTIDIMENSIONAL ARRAY – बहू विमीय अरे मैं दो से अधिक सब्सक्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है उसका प्रयोग मुख्य 3 डायमेंशनल ऑब्जेक्ट जैसे CUBE या किसी प्रकार का आयतन आदि रिप्रेजेंट करने के लिए किया जाता है | एक मल्टीडाइमेंशनल अरे में कितने डाइमेंशन होते हैं उतने ही सब्सक्रिप्ट प्रयोग किए जाते हैं |
प्रारूप – DATA TYPE ARRAY NAME ( size) ( size) ( size)
उदाहरण – Int x (3) (2) (3)
वन डाइमेंशनल का इनीशिएलाइजेशन – method 1.- data type array name (size) = ( values)
उदाहरण – Int a (5) = ( 10,20,30,40,50)
method 2. – data type array name ( size) = values
उदाहरण – Int a () = ( 10,20,30,40,50)
method 3.= int a (5)
a (0)= 10, a(1)=20, a (2)=30, a(3) = 40,a(4)=50,
method 4.= int a (5);
प्रश्न 5 – डाटा फाइल को ओपन तथा बंद करने के लिए संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए
उत्तर – डाटा फाइल को ओपन करना – ओपन लैंग्वेज में फाइल बनाने के लिए fopen का उपयोग होता है जो एक नई फाइल बनाती है |
उपाधि किसी फाइल को खोलने या बनाने के लिए निम्न सामान्य प्रारूप का उपयोग किया जाता है –
file fp;
fp= fopen (file name , mode)
यहां फाइल एक फाइल का डाटा है यह फाइल का परिभाषित डाटा टाइप है जो फाइल टाइप के पेंटर fp को परिभाषित करता है |जब एक फाइल डिक्लेअर की जाती है तो इस पर प्रोसेस करने के लिए एक फाइल को ओपन करना होता है इसलिए फाइल को ओपन करने के लिए सी लैंग्वेज 1 स्टैंडर्ड लाइब्रेरी फंक्शन fopen प्रदान करती है जिसका प्रयोग फाइल प्वाइंटर fp की सहायता से होता है | फाइल खोलने में मोड यह बताता है कि फाइल किस मोड में ऊपर होंगी रीडिंग मोड या राइटिंग मोड |
डाटा फाइल को क्लोज करना – fclose () -इनपुट आउटपुट लाइब्रेरी एक फाइल को बंद करने के लिए fclose () फंक्शन का प्रयोग करती है फाइल बंद करने का अर्थ फाइल को सेव कर प्रोग्राम से संबंध समाप्त करना होता है |
प्रारूप – Fclose ( file pointer)
उदाहरण – file p1 ,p2
p1 = fopen ( input,w)
p2 = fopen ( output , r)
………..
…………
………..
fclose ( p1)
fclose (p2)
प्रश्न 1 – मॉड्यूलर प्रोग्रामिंग से आप क्या समझते हैं विस्तार पूर्वक समझाइए
उत्तर – मॉड्यूलर प्रोग्रामिंग – एक सॉफ्टवेयर डिजाइन तकनीक है जिसमें प्रोग्राम के कार्यात्मक सा को स्वतंत्रता और इंटरचेंजेबल मॉड्यूल मैं नापा जाता है यह प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है कि प्रत्येक मॉड्यूल किसी एक फंक्शन के दृष्टिकोण को एग्जीक्यूट करने की क्षमता रखता है स्ट्रक्चर्ड प्रोग्रामिंग प्रोसीजरल प्रोग्रामिंग का सबसेट है जो कि किसी प्रोग्राम का लॉजिक स्ट्रक्चर बनाता है जिससे उसे समझाना और बदलना आसान होता है|
उदाहरण – ADA,PASCAL और d BASE|
प्रश्न 2 – सी लैंग्वेज में डाटा टाइप क्या होता है विभिन्न प्रकार के डाटा टाइप्स को विस्तार पूर्वक समझाइए
उत्तर – डाटा टाइप्स – किसी वेरिएबल का डाटा टाइप वह प्रकार का होता है जिस प्रकार का डाटा उस वेरिएबल में संग्रहित किया जाना है |
सी लैंग्वेज में मुख्यतः और निम्नलिखित चार प्रकार के डाटा प्रयोग किए जाते हैं –
1.char – character data
2. int – integer data
3. float – floating point data
4. double – double data
1. Char डाटा टाइप – कैरेक्टर डाटा टाइप एक सिंगल करेक्ट को रिप्रजेंट करता है तथा इसके लिए मेमोरी की एक byte allocate होती है इसकी डाटा स्टोरिंग range -128 |
2. Int data type – int डाटा टाइप इंटिगर वैल्यूज को रिप्रेजेंट करते हैं इसके लिए मेमोरी की 2 byte allocate होती है सी प्रोग्राम में इंटीजर डाटा को int से दी प्रेजेंट किया जाता है इंटीजर टाइप डाटा की अधिकतम data storing rang – 32768 से 32767 होती है |
इंटीजर के प्रकार –
short int = 2 byte = 16 bit
Rang – 128 to 127
long int = 4 byte = 32 bit
3. Float point data – फ्लोटिंग पॉइंट डाटा फ्लोटिंग प्वाइंट नंबर( real नंबर या exponent नंबर )को दर्शाते हैं इसके लिए मेमोरी 4 byte होती है तथा इसकी अधिकतम रेंज – 3.4×10-38 to 3.4×10+38 होती है |
4. Double data type – डबल डाटा टाइप Prison नंबर को रिप्रेजेंट करते हैं तथा इसके लिए मेमोरी Requirement 8 byte की होती है | डबल डाटा टाइप सी प्रोग्रामिंग में की – वर्ड long float (ft) से रिप्रेजेंट किया जाता है |
Chhindwara University Open Book
प्रश्न 3 – सी लैंग्वेज में ब्रांचिंग स्टेटमेंट से आप क्या समझते हैं उदाहरण द्वारा स्विच स्टेटमेंट को समझाइए
उत्तर – ब्रांचिंग स्टेटमेंट – इस स्टेटमेंट का प्रयोग प्रोग्राम के प्रवाह को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है |
उदाहरण – if else statement
switch statement
switch statement – switch स्टेटमेंट एक बहुविकल्पी स्टेटमेंट है इस स्टेटमेंट का प्रयोग 2 से अधिक alternative या विकल्पों में से किसी एक विकल्प का चयन करने के लिए किया जाता है |
उदाहरण – switch (Expression)
case constant 1:
statement set;
break;
case content 2;
statement set 2;
break;
…………
…………
case constant n:
statement n;
break;
प्रश्न 4 – अरे क्या है तथा अरे के विभिन्न प्रकार क्या है एक उचित उदाहरण देकर एक अरे के(वन डायमेंशनल) आयामी इनीशिएलाइजेशन को समझाइए |
उत्तर – विन्यास – अरे एक महत्वपूर्ण परिवर्तनांक आप है यह एक ही नाम के कई परिवर्तनांक आंख का समूह होता है जिसमें एक ही प्रकार के डाटा आइटम संग्रहित किए जाते हैं |
उदाहरण – x एक अरे है जिसकी साइज 5 परिभाषित की गई है |
int x (5) size
x(1) = 5
x (2) = 9
x(3) = 16
x(4) = 7
x(5) = 8
नोट – size of array x(5) is always positive
ARRAY के प्रकार – अरे निम्नलिखित तीन प्रकार के होते हैं –
1. ONE DIMENSIONAL ARRAY
2. TWO DIMENSIONAL ARRAY
3. MULTI DIMENSIONAL ARRAY
4. ONE DIMENSIONAL ARRAY.
1.ONE DIMENSIONAL ARRAY – एक विमीय विन्यास सबसे सिंपल ऐसे है इसमें केवल एक सब्सक्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है वन डाइमेंशनल अरे का प्रयोग लीनियर लिस्ट को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है इसे निम्न प्रकार परिभाषित किया जाता है-
प्रारूप – Data Type array – name ( size )
उदाहरण – int x ( 10) – जहां x एक अरे है जिसका साइज 10 है अर्थात इसमें 10 विभिन्न इन्टिजर वैल्यू स्टोर की जा सकती है |
2. TWO DIMENSIONAL ARRAY – द्वि विमीय विन्यास में दो सब्सक्रिप्ट प्रयोग होते हैं इसका प्रयोग स्प्रिंग या मैट्रिक्स की रिप्रेजेंट करने में क्या जाता है इसे निम्न प्रकार से डिक्लेअर किया जाता है |
प्रारूप – Data Type array name ( size ) ( size);
उदाहरण – Int x (3) (5)
यहां x एक to डाइमेंशन अरे है जिसे दो डाइमेंशन में पहला डाइमेंशन जिसकी साइज 3 है ROW को दर्शाता है तथा दूसरा डाइमेंशन जिसकी साइज 5 है COLUMN को दर्शाता है |
3. MULTIDIMENSIONAL ARRAY – बहू विमीय अरे मैं दो से अधिक सब्सक्रिप्ट का प्रयोग किया जाता है उसका प्रयोग मुख्य 3 डायमेंशनल ऑब्जेक्ट जैसे CUBE या किसी प्रकार का आयतन आदि रिप्रेजेंट करने के लिए किया जाता है | एक मल्टीडाइमेंशनल अरे में कितने डाइमेंशन होते हैं उतने ही सब्सक्रिप्ट प्रयोग किए जाते हैं |
प्रारूप – DATA TYPE ARRAY NAME ( size) ( size) ( size)
उदाहरण – Int x (3) (2) (3)
वन डाइमेंशनल का इनीशिएलाइजेशन – method 1.- data type array name (size) = ( values)
उदाहरण – Int a (5) = ( 10,20,30,40,50)
method 2. – data type array name ( size) = values
उदाहरण – Int a () = ( 10,20,30,40,50)
method 3.= int a (5)
a (0)= 10, a(1)=20, a (2)=30, a(3) = 40,a(4)=50,
method 4.= int a (5);
Chhindwara University BSc 1st year Computer science paper
प्रश्न 5 – डाटा फाइल को ओपन तथा बंद करने के लिए संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए
उत्तर – डाटा फाइल को ओपन करना – ओपन लैंग्वेज में फाइल बनाने के लिए fopen का उपयोग होता है जो एक नई फाइल बनाती है |
उपाधि किसी फाइल को खोलने या बनाने के लिए निम्न सामान्य प्रारूप का उपयोग किया जाता है –
file fp;
fp= fopen (file name , mode)
यहां फाइल एक फाइल का डाटा है यह फाइल का परिभाषित डाटा टाइप है जो फाइल टाइप के पेंटर fp को परिभाषित करता है |जब एक फाइल डिक्लेअर की जाती है तो इस पर प्रोसेस करने के लिए एक फाइल को ओपन करना होता है इसलिए फाइल को ओपन करने के लिए सी लैंग्वेज 1 स्टैंडर्ड लाइब्रेरी फंक्शन fopen प्रदान करती है जिसका प्रयोग फाइल प्वाइंटर fp की सहायता से होता है | फाइल खोलने में मोड यह बताता है कि फाइल किस मोड में ऊपर होंगी रीडिंग मोड या राइटिंग मोड |
डाटा फाइल को क्लोज करना – fclose () -इनपुट आउटपुट लाइब्रेरी एक फाइल को बंद करने के लिए fclose () फंक्शन का प्रयोग करती है फाइल बंद करने का अर्थ फाइल को सेव कर प्रोग्राम से संबंध समाप्त करना होता है |
प्रारूप – Fclose ( file pointer)
उदाहरण – file p1 ,p2
p1 = fopen ( input,w)
p2 = fopen ( output , r)
………..
…………
………..
fclose ( p1)
fclose (p2)